भोपाल/कोरना महामारी को लेकर जहाँ लोग भयभीत हो जाते है। उसी कोरना संक्रमण को अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और साहस से कोरना पर जीत हासिल कर पूर्ण स्वस्थ होकर अपने घर लोटी है 90 वर्षीय दादी अम्मा आयशा बी
90 वर्षीय दादी अम्मा के चार पुत्र और एक पुत्री है। सभी शादी शुदा और यहाँ तक कि उनके पुत्र एंव पुत्री भी नाती पोते वाले हैं।
आयशा बी का अपना भरा पूरा परिवार है ।अपने परिवार मे वे परनानी वा पर दादी बन चुकी हैं।
आयशा बी अशोका गार्डन मे अपने छोटे बेटे के परिवार के साथ रह रही थी । यहां रहते हुए अचानक से ही उनको सांस लेने में तकलीफ होने लगी।जिसके चलते इनके पुत्र एंव पोते ने तत्काल ही आयशा बी को एम्स हास्पिटल मे आयुष विभाग में लेजाकर दिखाया।
एम्स हास्पिटल के कोविड संम्बन्धित स्टाफ ने तुरंत ही आयशा बी का स्वास्थ्य परिक्षण करने उपरांत उन्हें हास्पिटल मे ऐडमिट करने का कहाँ । दृष्टि इच्छा शक्ति की धनी और ईश्वर पर पूर्ण आस्था और विस्वास रखने वाली 90 वर्षीय आयशा बी ने तुरंत ही हास्पिटल मे ऐडमिट होने के लिए अपनी रज़ामंदी दे दी। एम्स हास्पिटल के स्टाफ ने फोरन ही उनका उपचार प्रारंभ कर दिया।
एम्स हास्पिटल मे भर्ती रहते हुए 27 जून को आयशा बी की कोरना जांच रिपोर्ट पासेटिव आई । एम्स हास्पिटल भोपाल के कोविड वार्ड पासेटिव वार्ड मे एम्स हास्पिटल के स्टाफ द्वारा आयशा बी को हाई फ्लो आक्सीजन के साथ साथ ऐन्टीबायोटिक डोज दिया गया । आयशा बी ने बताया कि हास्पिटल के स्टाफ द्वारा पूर्ण रूप से देख भाल की गई। बेहतर खाने की खुराक दी गई। और मे अपने रब से बराबर अपनी सेहत के लिये दुआ करती रही उसे याद करते रही और कोरना संक्रमण को मात देने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति से कोरोना को मात देने के लिए ऐम्स हास्पिटल के स्टाफ का पूर्ण सहयोग करती रही।
ऐम्स हास्पिटल मे 9 जुलाई को आयशा बी को पुनः कोरना की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई और आयशा बी स्वास्थ्य परिक्षण मे पूरी तरह से स्वस्थ्य पाई गई।ऐम्स हास्पिटल की ओर से आयशा बी के परिवार जनो को जब उनके कोरना जांच निगेटिव आने ओर आयशा बी को पूरी तरह से स्वस्थ्य होने संबंधी जानकारी मिलने पर परिवार जनो मे खुशी की लहर दौड़ गई।
90 वर्षीया महिला दादी अम्मा आयशा बी ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से कोरना को मात देकर जीत हासिल की है।
शुक्रवार को ऐम्स हास्पिटल से पूरी तरह स्वस्थ होकर आयशा बी अपने परिवार के पास लोट आई।
90 वर्षीय महिला आयशा बी ने कहा कि हमें कोरना संक्रमण से डरना नहीं है अपितु हमें इसका डट कर मुकाबला करना है और इस पर जीत हासिल करना है।