कोरोना संक्रमण के साथ ही शहर में बढ रहा मच्छरों का प्रकोप, नगर निगम बना उदासीन

भोपाल/ मध्य प्रदेश मे कोरोना संक्रमण तेजी से पेर पसार रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। राजधानी भोपाल में बढते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले से ही 10 दिन के लिए संम्पूर्ण लाक डाऊन किया हुआ  है। शहर मे कोरोना महामारी की रफ्तार रोकने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही हैं ।


इस सबके बावजूद नगर निगम भोपाल ने कोरोना काल के पिछले लाक डाऊन के समय  बहुत ही सराहनीय एवं युद्ध स्तर पर शहर मे जो कार्य किया था वर्तमान मे नगर निगम भोपाल की वह रफ्तार समाप्त हो गई हे।


 नवागत नगर निगम आयुक्त के समक्ष पहली प्राथमिकता  शहर मे तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण  को रोकना है। कोरोना महामारी के साथ  साथ ही शहर मे मच्छरों कि भरमार हो रही । जिसे रोकने में नगर निगम पूर्णतः विफल दिखाई दे रहा है। मच्छरों के कारण शहर में  बुखार ,मलेरिया, के साथ  ही अन्य  बीमारियांं फेल सकती हैं ।  इस सबके बावजूद नगर निगम भोपाल ने शहर मे  सेनिटाइजेसन का कार्य अत्यंत ही घीमा कर दिया है। शहर मे कहीं भी सेनिटाइजेसन होता दिखाई नहीं दे रहा है। नगर निगम मे पर्याप्त फोग मशीनें होने के बाद भी मच्छरों को मारने के लिए कार्य नहीं किया जा रहा। नगर निगम  कि इस लापरवाही एवं उदासीनता के  चलते शहर के निवासियों को कोरोना महामारी के साथ ही अन्य बिमारियों से जूझना पड़ सकता है। 


भोपाल के पुराने शहर का हाल तो ओर बेहाल हैं यहां पर घनी आबादी  तथा स्लिम ऐरिया होने के कारण यहां पर मच्छरों का सबसे ज्यादा प्रकोप हैं।इस सबकी जानकारी होने के बाद भी नगर निगम  इन क्षेत्रों में मच्छरों को मारने के लिए ना तो  दवाओं का छिडकाव करवा रहा ओर ना ही नगर निगम द्वारा सेनिटाइजेसन का कार्य किया जा रहा है।


समय रहते नगर निगम को मच्छरों के मारने के लिए तत्वरित कर्यवाही करनी चाहिए ।और राज्य सरकार के  कोरोना संक्रमण महामारी के जल्द से जल्द प्रदेश से खात्मे के प्रयासों को सफल बनाने तथा शहर के नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूनः युद्ध स्तर पर कार्य करना चाहिए।अन्यथा पहले से ही  कोरोना संक्रमण से जूझ रहे शहर वासियों को मच्छरों के प्रकोप के कारण अन्य बीमारियो से दो चार होना पढेगा।